नई दिल्ली :शेयर ब्रोकर के संगठन एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंज मेंबर्स ऑफ इंडिया (एनमी) ने टी जमा एक निपटान प्रणाली को लेकर चिंता जताई है. उसने कहा कि इस प्रणाली के अमल में आने से भारत पूर्व-वित्तपोषित बाजार बन जायेगा. इससे वैश्विक संस्थागत निवेशकों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. वर्तमान में, भारतीय शेयर बाजारों में कारोबार का निपटान लेनदेन के बाद कामकाज के दो दिनों (टी+2) में किया जाता है.
सेबी ने बाजार की तरलता बढ़ाने की खातिर प्रतिभूति बाजार में निपटान चक्र को टी+2 से टी+1 करने पर विचार करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है.सेबी के अध्यक्ष अजय त्यागी ने पिछले साल शेयर बाजारों को पूंजी बाजार में कारोबारों के वास्तविक समय पर निपटान की दिशा में धीरे-धीरे आगे बढ़ने का प्रस्ताव किया था.
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