नई दिल्ली : अरबपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने तेल-से-रासायन कारोबार के लिए अलग इकाई बनाने का काम पूरा लिया है. कंपनी का कहना है कि इस कदम से उसे रणनीतिक साझेदारों के साथ वृद्धि के अवसरों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.
कंपनी की तेल-से-रसायन इकाई में परिशोधन संयंत्र, पेट्रोरसायन इकाइयां और खुदरा ईंधन विपणन कारोबार शामिल है. इसमें केजी-डी6 जैसे तेल व गैस उत्पादक क्षेत्र तथा कपड़ा व्यवसाय शामिल नहीं है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पहली बार चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणामों में तेल-से-रसायन व्यवसाय की एकीकृत कमाई की जानकारी दी. इससे पहले परिशोधन व पेट्रोरसायन व्यवसाय की कमाई का ब्योरा अलग-अलग दिया जाता था, जबकि खुदरा ईंधन विपणन व्यवसाय के परिणाम कंपनी के खुदरा कारोबार के तहत जारी किए जाते थे.
दिसंबर तिमाही के परिणाम में कंपनी ने परिशोधन और पेट्रोरसायन के साथ-साथ खुदरा ईंधन विपणन कारोबार का परिणाम एक इकाई के तौर पर पेश किया. इसका परिणाम हुआ कि कंपनी ने परिशोधन से आय की जानकारी नहीं दी, जो कि कंपनी के तेल परिशोधन व्यवसाय के प्रदर्शन का आकलन करने के लिये सबसे महत्वपूर्ण आंकड़ा हुआ करता था.