नई दिल्ली:उद्योग मंडल फिक्की के एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि विनिर्माण क्षेत्र में सकारात्मक धारणा बनी हुई है क्योंकि उद्योगों की स्थापित क्षमता का इस्तेमाल बढ़कर 80 प्रतिशत तक पहुंच गया है. विनिर्माण क्षेत्र पर फिक्की के तिमाही सर्वेक्षण में कहा गया है कि कुल मिलाकर विनिर्माण क्षेत्र में धारणा सकारात्मक बनी हुई है.
तीसरी तिमाही के मुकाबले 2018- 19 की चौथी तिमाही में उच्च उत्पादन वृद्धि बताने वालों का अनुपात (करीब 54 फीसदी) उतना ही बना रहा जितना की तीसरी तिमाही में था.
सर्वेक्षण में कहा गया है, "पिछली कई तिमाहियों में पहली बार ऐसा हुआ है कि विनिर्माण क्षेत्र में कुल क्षमता का इस्तेमाल बढ़कर 80 प्रतिशत हो गया है जबकि पिछली कई तिमाहियों में यह 75 प्रतिशत के आसपास रहा था."
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नियुक्ति के संदर्भ में सर्वेक्षण में कहा गया है कि आने वाले कुछ समय में इसमें थोड़ा सुधार होता दिख रहा है. इस सर्वेक्षण में रेखांकित किया गया है, "वित्त वर्ष 2017-18 की आखिरी तिमाही में 70 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा था कि उनकी अतिरिक्त कार्यबल की नियुक्ति की योजना नहीं है. वहीं इस साल जनवरी-मार्च में यह आंकड़ा घटकर 62.5 प्रतिशत हो गया."
इसी तरह आर्डर बुक के मामले में मार्च 2019 में 44 प्रतिशत ने कहा कि उनके आर्डर का आंकड़ा बढ़ने की उम्मीद है. वहीं अक्टूबर- दिसंबर 2018 की तिमाही में 43 प्रतिशत ने ही कहा था कि आर्डर बुक का आंकड़ा बढ़ेगा. नियुक्तियों के मामले में 2018- 19 की चौथी तिमाही में 37.5 प्रतिशत ने कहा कि वह अधिक लोगों को नौकरी पर रखने की उम्मीद कर रहे हैं जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 30 प्रतिशत ने ही इस बारे में उम्मीद व्यक्त की थी.
फिक्की के इस सर्वेक्षण में 12 प्रमुख क्षेत्रों के विनिर्माताओं से उनके जवाब लिये गये. इनमें आटोमोबाइल, पूंजीगत सामान, सीमेंट और सिरामिक, रसायन, कपड़ा, चमड़ा और फुटवियर, धातु उत्पादों, उर्वरक एवं औषधि तथा अन्य क्षेत्र शामिल हैं. कुल मिलाकर छोटी बड़ी 300 से अधिक विनिर्माण इकाईयों से उनकी प्रतिक्रिया ली गई.