जेट एयरवेज के पायलटों के संगठन ने 'विमान नहीं उड़ाने' के फैसले को टाला
बैठक को देखते हुए सदस्यों ने अपने टीम लीडरों के जरिए अनुरोध किया है कि 'वेतन नहीं तो काम नहीं' के फैसले को टाल दिया जाए ताकि एयरलाइन को पुनर्जीवित होने का एक मौका मिल सके
मुंबई: जेट एयरवेज के पायलटों के संगठन नेशनल एवियटर्स गिल्ड (एनएजी) ने 'विमान नहीं उड़ाने' के अपने फैसले को कुछ समय के लिए टाल दिया है. संगठन ने ऐसे समय में यह निर्णय किया है जब सोमवार को एयरलाइन के प्रबंधन की ऋणदाताओं के साथ बैठक होनी है.
इससे पहले गिल्ड से जुड़े करीब 1,100 पायलटों ने 'वेतन भुगतान नहीं होने की वजह से' सोमवार सुबह 10 बजे से विमान नहीं उड़ाने की घोषणा की थी. गिल्ड समिति ने देर शाम सदस्यों को एक पत्र लिखकर कहा है, "हमें सूचना मिली है कि कल (सोमवार) एयरलाइन प्रबंधन और एसबीआई के साथ एक अहम बैठक होनी है."
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उसमें कहा गया है, "बैठक को देखते हुए सदस्यों ने अपने टीम लीडरों के जरिए अनुरोध किया है कि 'वेतन नहीं तो काम नहीं' के फैसले को टाल दिया जाए ताकि एयरलाइन को पुनर्जीवित होने का एक मौका मिल सके. अनुरोध के मुताबिक समिति सबको यह सूचित करना चाहती है कि कुछ समय के लिए सभी फैसलों को टाल दिया गया है."
सभी पायलटों से 15 अप्रैल को सुबह साढ़े नौ बजे मुंबई के अंधेरी स्थित जेट एयरवेज के मुख्यालय सिरोया सेंटर में यूनिफॉर्म में उपस्थित होने का आग्रह किया गया है. एनएजी कुल 1,600 पायलटों में से 1,100 पायलटों के प्रतिनिधित्व का दावा करता है.
इकाई ने मार्च के अंत में एक अप्रैल से जहाज नहीं उड़ाने का निर्णय किया था. उन्होंने बाद में इसे 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया था. उनका कहना था कि वह नए प्रबंधन को कुछ और समय देना चाहते हैं. भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में बैंकों का एक समूह इन दिनों जेट एयरवेज के प्रबंधन का काम देख रहा है.