जेट एयरवेज ने अप्रैल अंत तक 40 अतिरिक्त विमानों को उड़ाने का लक्ष्य रखा: सरकार
पिछले कुछ सप्ताह से पूर्ण विमान सेवा देने वाले जेट एयरवेज के एक के बाद एक विमान बकाये का भुगतान नहीं कर पाने की वजह से जमीन पर खड़े हो रहे हैं. इससे इस निजी एयरलान के संचालन में रहने वाले विमानों की संख्या 103 से घटकर मात्र 35 रह गई.
नई दिल्ली: संकट से उबरने को प्रयासरत जेट एयरवेज ने सरकार को सूचित किया है कि इस समय उसके 35 विमान उड़ान भर रहे हैं और अप्रैल अंत तक उसने 40 और विमानों को उड़ान सेवा में लाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है. नागरिक उड्डयन सचिव पी. एस. खरोला ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
पिछले कुछ सप्ताह से पूर्ण विमान सेवा देने वाले जेट एयरवेज के एक के बाद एक विमान बकाये का भुगतान नहीं कर पाने की वजह से जमीन पर खड़े हो रहे हैं. इससे इस निजी एयरलान के संचालन में रहने वाले विमानों की संख्या 103 से घटकर मात्र 35 रह गई.
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खरोला ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "उन्हें (जेट एयरवेज) को उम्मीद है कि सोमवार अथवा मंगलवार तक वह उन्हें पट्टे पर विमान देने वालों के साथ कोई सहमति बना लेंगे. जेट ने जिस योजना को आगे किया है उसके मुताबिक जेट एयरवेज को उम्मीद है कि अगले महीने के अंत तक वह 40 और विमानों को उड़ान कार्यों में ला सकेंगे."
उन्होंने कहा कि इस समय 35 विमान उड़ान सेवाओं में है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि अब कोई और विमान जमीन पर खड़ा नहीं होगा. कर्ज संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के संस्थापक चेयरमैन नरेश गोयल ने 26 साल तक इस एयरलाइन को चलाने के बाद सोमवार को बोर्ड की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. कंपनी का पूरा नियंत्रण अब इसके कर्जदाताओं के हाथों में आ गया है. कर्जदाता बैंकों के समूह ने एयरलाइन में 1,500 करोड़ रुपये डालने का फैसला किया है.