नई दिल्ली: किफायती विमानवाहक इंडिगो ने गुरुवार को कतर एयरवेज के साथ एकतरफा कोडशेयर समझौते पर हस्ताक्षर किया. जिससे कि कतर एयरवेज, इंडिगो की दोहा से दिल्ली और मुंबई से हैदराबाद की उड़ानों पर कोड डाल सकेगा.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मौजूदगी बढ़ाने की अपनी रणनीति के तहत इंडिगो का यह दूसरा कोडशेयर समझौता है. कतर एयरवेज इन गंतव्यों के बीच इंडिगो संचालित उड़ानों पर अपना कोड 'क्यूआर' रखेगा.
कतर एयरवेज ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अकबर अल बेकर ने कहा, "हम इंडिगो के साथ इस रणनीतिक साझेदारी को सुरक्षित करने में बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं, जो दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में सबसे बड़ी एयरलाइन है."
कतर एयरवेज के जीसीईओ अकबर अल बेकर और इंडिगो के सीईओ रोनोजॉय दत्ता "हमें विश्वास है कि यह समझौता हमारे रिश्ते को मजबूत करने के लिए पहला कदम होगा और हम दुनिया भर में अपने यात्रियों के लिए यात्रा के अनुभव को बढ़ाने के लिए, हमारी पूरक शक्तियों और संसाधनों का उपयोग करने के लिए मिलकर काम करने के लिए बहुत उत्सुक हैं."
इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने कहा कि रणनीतिक गठजोड़ न केवल वाहक के अंतरराष्ट्रीय परिचालन को मजबूत करेगा, बल्कि निर्बाध गतिशीलता के माध्यम से व्यापार और पर्यटन के लिए और अधिक यातायात और व्यापार के अवसरों में वृद्धि करके भारत में आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा.
तेजी से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दखल बनाता इंडिगो
वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती कम लागत वाले वाहक में से एक, इंडिगो 247 विमानों के बेड़े के साथ 60 घरेलू और 23 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए 1,500 दैनिक उड़ानों का संचालन करता है. इसने 2019-20 में वियतनाम, म्यांमार, चीन और सऊदी अरब में प्रवेश के साथ इस साल तेजी से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय विस्तार करके अपनी स्थिति मजबूत की है.
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कतर एयरवेज वर्तमान में अहमदाबाद और अमृतसर, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, गोवा, हैदराबाद, कोच्चि, कोलकाता, कोझीकोड, मुंबई, नागपुर और तिरुवनंतपुरम सहित भारत में दोहा और 13 गंतव्यों के बीच 102 साप्ताहिक उड़ानें संचालित करता है.
क्या होता है कोडशेयर समझौता
कोडशेयर समझौते के तहत एक विमान कंपनी द्वारा भरी जाने वाली उड़ानों के उस समझौते के तहत आने वाले दूसरे वाहकों द्वारा भी संचालित किया जाता है. इसमें उड़ान में उपलब्ध स्थान का विक्रय दोनो वाहकों द्वारा किया जाता है, जिससे ग्राहकों को अधिक गंतव्य स्थान तक उड़ान की सुविधा मिलती है. संभव है कि ग्राहक किसी एक वाहक कंपनी के उड़ान का टिकट कराए, जिसका संचालन कोई और वाहक करे.