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मुझे अमेरिका भेजने के लिए पिता ने एक साल की सैलरी खर्च कर खरीदा था प्लेन का टिकट: सुंदर पिचाई

पिचाई ने गूगल के वीडियो मंच यूट्यूब पर एक वर्चुअल कार्यक्रम में कहा कि मेरे पिता ने अमेरिका जाने के हवाई टिकट के लिए अपने एक साल की सैलरी जितना खर्च किया था, ताकि मैं स्टैनफोर्ड में पढ़ सकूं.

मुझे अमेरिका भेजने के लिए पिता ने एक साल की सैलरी खर्च कर खरीदा था प्लेन का टिकट: सुंदर पिचाई
मुझे अमेरिका भेजने के लिए पिता ने एक साल की सैलरी खर्च कर खरीदा था प्लेन का टिकट: सुंदर पिचाई

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Published : Jun 9, 2020, 12:34 PM IST

नई दिल्ली: गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई ने 2020 में स्नातक करने वाले युवाओं को अपने विशेष संदेश में कहा कि उन्हें अपने विचार खुले रखने चाहिए, आशावान बने रहना चाहिए. साथ ही इस बात के लिए 'उत्सुक' रहना चाहिए कि 'हर चीज को बदलने का एक अवसर' होता है.

कोविड-19 संकट के चलते स्नातक पूर्ण होने पर होने वाले दीक्षांत समारोह नहीं हुए हैं. ऐसे में गूगल के वीडियो मंच यूट्यूब पर एक वर्चुअल कार्यक्रम में उन्होंने इन छात्रों को अपना संदेश दिया.

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इस कार्यक्रम में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा, कोरिया का पॉप समूह बीटीएस, गायक बेयांस और लेडी गागा, पूर्व रक्षा सचिव रॉबर्ट एम. गेट्स, अमेरिका की पूर्व विदेशमंत्री कोंडोलेजा राइस और मलाला युसुफजई शामिल हुई.

पिचाई ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि इस तरह के स्नातक दीक्षांत समारोह की आपने कल्पना की होगी. ऐसे समय में जब आप अपने स्नातक होने का उत्सव मना रहे हैं तब आप इसका भी खेद मना रहे होंगे कि आपने क्या खोया, अपनी योजनाओं के बारे में सोच रहे होंगे और अनुभव पाने के लिए इंतजार कर रहे होंगे. ऐसे में अपने को आशावान रखना मुश्किल हो सकता है."

पिचाई ने कहा, "मेरे पिता ने अमेरिका जाने के हवाई टिकट के लिए अपने एक साल की सैलरी जितना खर्च किया था, ताकि मैं स्टैनफोर्ड में पढ़ सकूं. तब मैंने पहली बार प्लेन में सफर किया था. अमेरिका काफी महंगा था. घर पर कॉल करने के लिए एक मिनट के 2 डॉलर लगते थे और मेरे बैकपैक की कीमत भारत में मेरे पिता की एक महीने की सैलरी के बराबर थी."

उन्होंने कहा कि ऐसे में आपको विचार खुले रखने होंगे, आशावान बने रहना होगा और अधीर रहना होगा. यदि आप यह कर सकते हैं तो इतिहास आपको '2020 के छात्रों' के तौर पर इसलिए याद नहीं रखेगा कि आपने क्या खोया बल्कि इसलिए याद रखेगा कि आपने क्या बदला. "आपके पास सब कुछ बदलने का अवसर है. मैं आशावान हूं कि आप यह कर पाएंगे."

(पीटीआई-भाषा)

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