नई दिल्ली: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने ई-वाणिज्य कंपनियों को उनके प्लेटफार्म से बिकने वाले उत्पादों की पैकेजिंग में एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का उपयोग धीरे धीरे कम करने का सुझाव दिया है. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.
औद्योगिक एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने इन कंपनियों को टिकाउ एवं पर्यावरण अनुकूल पैकेजिंग सामग्री विकसित करने को भी कहा है. इससे भारत में प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करने में मदद मिलेगी. यह कदम सरकार की एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक का उपयोग कम करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है.
अधिकारी के अनुसार, ई-वाणिज्य कंपनियों को पैकेजिंग में प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करने को कहा गया है जिसकी गैर-फाइबर प्लास्टिक में 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है.
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अधिकारी ने कहा, "एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक का चलन बंद करने के लक्ष्य के मद्देनजर इन कंपनियों को अपने ई-वाणिज्य मंचों के जरिये बेची जा रही सामग्रियों की पैकेजिंग में धीरे-धीरे इस तरह के प्लास्टिक का उपयोग कम करने के लिये कहा गया है."
अमेजन के प्रवक्ता ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि कंपनी इस तरह की टिकाउ आपूर्ति श्रृंखला को लेकर प्रतिबद्ध है, जिसमें समाधान तैयार करने, पैकेजिंग सामग्री के अधिकतम इस्तेमाल, कूड़े में कमी तथा पर्यावरण के अनुकूल पैकेजिंग विकसित करने में प्रौद्योगिकी का फायदा उठाया जाता है.
फ्लिपकार्ट के मुख्य कारपोरेट अधिकारी रजनीश कुमार ने कहा कि कंपनी एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक में कमी लाने समेत लॉजिस्टिक्स में इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल करने, कूड़ा प्रबंधन और दक्ष पैकेजिंग पर ध्यान दे रही है.