नई दिल्ली: फेसबुक द्वारा रिलायंस जियो में इक्विटी हिस्सेदारी खरीदने से मैसेंजर प्लेटफॉर्म को उपभोक्ता और किराने की दुकान के बीच होने वाले वाणिज्यिक लेनदेन से लाभ मिलेगा. इसके साथ ही फेसबुक के निवेश से रिलायंस की डिजिटल पहलों को भी मजबूती मिलेगी.
क्रेडिट सुइस की एक रिपोर्ट के अनुसार, नई वाणिज्यिक पहल के साथ लेनदेन में व्हाट्सएप का लाभ उठाना शामिल है. घोषणा में जियोमार्ट (आरआईएल की नई वाणिज्य पहल का मंच), रिलायंस रिटेल और व्हाट्सएप के बीच एक साझेदारी शुरू करना शामिल है.
वर्तमान में न्यू कॉमर्स रिलायंस रिटेल के दायरे में है और जियो प्लेटफार्मों के बाहर है. यह साझेदारी उपभोक्ता और किराने की दुकानों के बीच होने वाले नए वाणिज्यिक लेनदेन के साथ मैसेंजर प्लेटफॉर्म को लाभ पहुंचाने का काम करेगी.
क्रेडिट सुइस ने कहा, इस सौदे से मार्च 2021 तक कर्ज मुक्त होने के कंपनी (आरआईएल) के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी. 31 दिसंबर, 2019 के आंकड़े के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह पर 1,531 अरब रुपये का कर्ज है. फेसबुक के इस निवेश से आरआईएल मार्च 2021 तक ऋण मुक्त हो जाएगी.
क्रेडिट सुइस ने कहा, आरआईएल ने अपने डिजिटल कारोबार का पुनर्गठन करते हुए एकीकृत पूर्ण अनुषंगी जियो प्लेटफॉर्म का गठन किया है. इस प्लेटफॉर्म में मोबाइल, ब्रॉडबैंड, एप, टेक कैपेबिलिटी (एआई, बिग डाटा, आईओटी) और निवेश (डेन, हैथवे) जैसी कंपनी के सभी तरह के डिजिटल उत्पाद एवं पहल को शामिल किया गया है.
इस तरह से फेसबुक का निवेश आरआईएल की डिजिटल पहलों को आगे बढ़ाएगा.