नई दिल्ली: भगोड़ा व्यवसायी विजय माल्या का प्रत्यर्पण जल्द होने की संभावना कम है क्योंकि ब्रिटेन की सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसके प्रत्यर्पण से पहले कानूनी मुद्दे का समाधान करने की जरूरत है.
पिछले महीने ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय में माल्या को भारत प्रत्यर्पित करने के खिलाफ उसकी अपील खारिज हो गई थी. उसके विरूद्ध धनशोधन और धोखाधड़ी के मामले हैं. ब्रिटेन उच्चायोग के एक प्रवक्ता ने कहा कि मुद्दा "गोपनीय" है.
उन्होंने कहा, "हम यह आकलन नहीं लगा सकते कि यह मुद्दा सुलझने में कितना समय लगेगा."
प्रवक्ता ने कहा, "विजय माल्या की प्रत्यर्पण के खिलाफ पिछले महीने अपील खारिज हो गई और वह ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय में अब और अपील दायर नहीं कर सकेगा. बहरहाल, माल्या के प्रत्यर्पण से पहले कानूनी मुद्दे के समाधान की जरूरत है."