वाराणसी: उत्तर प्रदेश में गर्मी के सीजन में अक्सर फूल का कारोबार ठंडा पड़ जाता है, लेकिन इस बार चुनावी सरगर्मियों के बीच फूल बाजार गुलजार है.
इस मौसम में गेंदा को छोड़ बाकी फूल गर्मी से मुरझा जाते हैं. इसलिए फूल कारोबारी दूसरे फूलों का स्टॉक कम कर देते हैं, मगर, इस बार ऐसा नहीं है. लोकसभा चुनाव के छठे चरण में पहुंचने के साथ प्रदेश में गुलाब की मांग काफी बढ़ गई है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में राजनीतिक दलों के कद्दावर नेताओं का चुनाव प्रचार और रोडशो इस समय जोरों पर है.
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फूल कारोबारियों को अगले सप्ताह ज्यादा कारोबार होने की उम्मीद है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में 19 मई को मतदान होगा. इस दौरान उनका चुनाव अभियान यहां तेज होगा जब फूलों की बिक्री बढ़ जाएगी.
भारतीय जनता पार्टी के नेता राम निहोर ने कहा, "भाजपा और राजग के प्रमुख नेता अगले सप्ताह वाराणसी में प्रधानमंत्री के लिए चुनाव प्रचार करेंगे. हम गुलाल का उपयोग नहीं कर रहे हैं क्योंकि इलाके में धूल उड़ रही है. वह ट्रकों में भरकर गुलाब की पंखुरियां उनके स्वागत के लिए ले जा रहे हैं."
सूत्रों ने बताया कि एक रोडशो में करीब 1,000 किलो गुलाब की पंखुरियों का उपयोग किया जाता है. इसके अलावा मालाओं और फूलों के गुलदस्तों के लिए फूलों की जरूरत होती है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 15 मई को वाराणसी में रोडशो करने वाली हैं. इस अवसर पर फूलों से सजावट की खास तैयारी की जा रही है.
वाराणसी के फूल कारोबारी किशन यादव ने कहा, "हम विशेष प्रकार की मालाएं और गुलदस्ते बना रहे हैं. हम गुलदस्ते के लिए अन्य जगहों से कुमुदिनी मंगा रहे हैं."