नई दिल्ली : अगली बार जब नेटफ्लिक्स या अमेजन आपको दिखाए कि आपको क्या देखना चाहिए या अगली कौन सी शॉपिंग करनी चाहिए तो उस नोटिफिकेशन को ऐसे ही जाने मत दें.
आपकी निजी जिन्दगी- चाहे वह शॉपिंग हो, मूवी स्ट्रीमिंग, एप अनुभव, लांग ड्राइव या देर रात का डिनर हो, आपके हर पल पर नजर रखी जा रही है. उसका विश्लेषण किया जा रहा है और उसे 'ग्राहक अनुभव' को उन्नत बनाने के लिए विज्ञापनदाताओं को दिया जा रहा है, जो उसके आधार पर आपको विज्ञापन दिखाते हैं.
प्रौद्योगिकी कंपनियां आपके बारे में क्या जानती है? वास्तव में सबकुछ. आपका कोई भी राज उनसे छिपा नहीं हैं.
चाहे वह आपकी लोकेशन हो या आपका पता हो, आपका रिलेशनशिप या वर्क स्टेटस हो, आपकी आय, आपकी पढ़ाई-लिखाई, वित्तीय बैकग्राउंड, आपकी राजनीतिक राय, सर्च और रीडिंग हिस्ट्री, कंटेट उपभोग, सोशल मीडिया पर व्यवहार, स्वास्थ्य के आंकड़े या शॉपिंग की हिस्ट्री. आपसे जुड़ी ऐसी सभी जानकारियां उनके पास है और स्मार्ट एल्गोरिदम आपसे जुड़ी छोटी से छोटी जानकारी भी लगातार उन तक पहुंचा रही है.
साइबरमीडिया रिसर्च के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रमुख थॉमस जार्ज के मुताबिक त्वरित संतुष्टि की मांग करनेवाले अधीर उपभोक्ताओं की दुनिया में तकनीकी कंपनियां बेहतर उपभोक्ता अनुभव (सीएक्स) की पेशकश के लिए अपने कारोबार को फिर से तैयार कर रही है और पुर्नपरिभाषित कर रही है.
नेटफ्लिक्स के मुख्य कंटेंट अधिकारी टेल सारांडोस ने 16 अप्रैल को निवेशकों से कहा था कि वीडियो स्ट्रीमिंग सेवा जल्द ही विभिन्न समूहों के लिए 'अधिक विशिष्ट और अलग-अलग डेटा और रिपोर्टिंग' जारी करना शुरू कर देगी.
नेटफ्लिक्स इसके अलावा एक नया 'टॉप 10' फीचर का परीक्षण कर रही है, जो 10 सर्वाधिक प्रसिद्ध टीवी सीरीज और फिल्म की सूची दिखाएगी, जिसे कंपनी के 15 करोड़ ग्राहक देख रहे होंगे.
कम्पनियां आपकी जिंदगी और पर्सनल डाटा में किस हद तक दखल रखती हैं, इसका सबसे बड़ा उदाहरण टारगेट कारपोरेशन है, जो अमेरिका की आठवीं सबसे बड़ी रीटेलर कम्पनी है. इस कम्पनी ने 2012 में टाटा एनालेटिक्स के आधार पर यह अनुमान लगा दिया था कि एक हाई स्कूल की छात्रा गर्भवती है. कम्पनी को इस छात्रा के पिता के इस बात का पता लगने से काफी पहले इसकी जानकारी हो गई थी.
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