नई दिल्ली: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एस्ट्राजेनका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के कोविड-19 टीके से परीक्षण के दौरान एक स्वयंसेवक पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ने के आरोपों को मंगलवार को खारिज किया. कंपनी ने इस टीके को पूरी तरह सुरक्षित और रोग प्रतिरोधक बताया.
दुनिया की सबसे बड़ी टीका विनिर्माता कंपनी ने एक ब्लॉग में लिखा, "हम हर किसी को इस बात का आश्वासन देना चाहते हैं कि टीके को तब तक आम लोगों के इस्तेमाल के लिए जारी नहीं किया जाएगा जब तक इसके रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से स्थापित नहीं हो जाती."
पिछले हफ्ते चेन्नई में एक स्वयंसेवक ने टीके की परीक्षण खुराक लेने के बाद कई मानसिक और मनोवैज्ञानिक लक्षण उभरने का दावा किया था. व्यक्ति ने कंपनी एवं अन्य पर दावा ठोक कर पांच करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की है.
'घटना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन टीका पूरी तरह सुरक्षित'