मुंबई : वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख के बीच सोमवार को सेंसेक्स शुरुआती लाभ गंवाकर 189 अंक के नुकसान के साथ बंद हुआ. कारोबारियों ने कहा कि फार्मा और धातु काउंटरों पर खरीदारी से बाजार का नुकसान कुछ सीमित हो गया.
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान 53,126.73 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर तक गया. बाद में यह 189.45 अंक या 0.36 प्रतिशत के नुकसान से 52,735.59 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 45.65 अंक या 0.29 प्रतिशत के नुकसान से 15,814.70 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी ने भी दिन में कारोबार के दौरान 15,915.65 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर को छुआ. सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन का शेयर सबसे अधिक 1.56 प्रतिशत टूट गया. टीसीएस, एचसीएल टेक, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट और भारती एयरटेल के शेयर भी नुकसान में रहे.
वहीं डॉ. रेड्डीज का शेयर 1.75 प्रतिशत चढ़ गया. फार्मा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ने अपनी कोविड-19 के इलाज की दवा 2-डिऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) को वाणिज्यिक रूप से पेश किया है. टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, सनफार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर तथा पावरग्रिड के शेयर 1.64 प्रतिशत तक चढ़ गए. कोविड-19 महामारी प्रभावित अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कई उपायों की घोषणा की. इन्हीं उपायों के तहत स्वास्थ्य ढांचे में सुधार के लिए 1.1 लाख करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना की घोषणा की गई है. साथ ही आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के तहत सीमा को 50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.5 लाख करोड़ कर दिया गया है.