मुंबई: संकट में घिरे पंजाब एंड महाराष्ट्र कोआपरेटिव बैंक (पीएमसी) के कई खाताधारकों ने बैंक के अधिकारियों के खिलाफ बृहस्पतिवार को पुलिस में सामूहिक शिकायत दर्ज कराई.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्राहकों की ओर से बैंक के चेयरमैन और उसके निदेशकों के खिलाफ जनता के धन का गबन करने की शिकायत दर्ज कराई गई है.
रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक पर नियामकीय खामियों के चलते कई पाबंदियां लगाई हैं. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्राहकों की ओर से बैंक के चेयरमैन और उसके निदेशकों के खिलाफ जनता के धन का गबन करने की शिकायत दर्ज कराई गई है.
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पुलिस अधिकारी ने कहा, शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पीएमसी बैंक के चेयरमैन और उसके सभी निदेशकों सहित कम से कम 14 लोगों ने खाताधारकों के धन का गबन किया है.
खाताधारकों ने अपनी शिकायत में इस बारे में उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है. खाताधारकों ने कहा है कि शिकायत में जिन लोगों का नाम है, उनका पासपोर्ट जब्त किया जाए जिससे वे देश छोड़कर नहीं जा सकें.
इसके अलावा खाताधारको ने बैंक के चेयरमैन और निदेशकों से ग्राहकों के धन के गबन पर स्पष्टीकरण देने को भी कहा है. पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमें पीएमसी बैंक के खाताधारकों से लिखित शिकायत मिली है. शिकायत की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी."
इसके बाद पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक के ग्राहकों के लिए निकासी की सीमा गुरुवार को 10,000 रुपए कर दी गई. आरबीआई ने बैंक पर नियमों के उल्लंघन के तहत कार्रवाई करते हुए 6 महीने के लिए एक हजार रुपए की निकासी तय की थी. आरबीआई के इस प्रतिबंध के बाद से ही खाताधारकों में आक्रोश था.
पीएमसी के निलंबित प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस ने दावा किया है कि ऋणदाता के पास अपनी देनदारियों को निपटाने के लिए पर्याप्त नकदी है और जनता की पाई-पाई सुरक्षित है.
थॉमस ने बुधवार शाम में पीएमसी के जमाकर्ताओं और ग्राहकों की आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि बैंक के सभी ऋण सुरक्षित हैं. सिर्फ एक बड़ा खाता एचडीआईएल मौजूदा संकट की एकमात्र वजह है.