नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पटना साहिब से लोकसभा सदस्य निर्वाचित रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को दूरसंचार मंत्री का पदभार ग्रहण कर लिया. इसके साथ ही उन्होंने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं दूरसंचार क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों के प्रमुखों के साथ विस्तृत चर्चा भी की. भाजपा सांसद संजय धोत्रे ने भी संचार राज्य मंत्री का पदभार ग्रहण किया.
नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में दूरसंचार मंत्रालय की जिम्मेदारी भी मिलने से प्रसाद का कद और बढ़ गया है. उनके पास पहले से कानून एवं सूचना-प्रौद्योगिकी जैसे भारी-भरकम मंत्रालय हैं.
ये भी पढ़ें:हवाई यात्रियों की संख्या में होने वाले इजाफे में भारत-चीन की होगी आधी भागीदारी: आईएटीए
दूरसंचार क्षेत्र वित्तीय दबाव की स्थिति से गुजर रहा है लेकिन साथ ही उसके सामने दुनिया के अन्य देशों के साथ 5जी सेवाओं को लागू करन की चुनौती भी है. ऐसे में प्रसाद की शीर्ष प्राथमिकता दूरसंचार क्षेत्र को वापस वृद्धि के मार्ग पर ले जाने की होगी.
चार बार राज्यसभा सदस्य रहे, रविशंकर प्रसाद ने इससे पहले नरेंद्र मोदी सरकार की अग्रणी योजनाओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इनमें डिजिटल इंडिया प्रमुख रही है। इसके साथ ही देश में इलेक्ट्रानिक्स और मोबाइल विनिर्माण को गति देने में भी उन्होंने कई पहल की हैं.