नई दिल्ली: दूरसंचार उद्योग के संगठन सेल्युलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीओएआई) ने कहा है कि भारत में 5जी स्पेक्ट्रम दक्षिण कोरिया और अमेरिका जैसे अन्य देशों की तुलना में 30 से 40 प्रतिशत महंगा है. उल्लेखनीय है कि सरकार ने सोमवार को स्पेक्ट्रम की नीलामी इसी साल करने की मंशा जताई है.
सीओएआई के महानिदेशक राजन मैथ्यू ने कहा, "हमारे ज्यादातर आपरेटरों ने यह संकेत दिया है कि 5जी स्पेक्ट्रम कहीं अधिक महंगा है और उनका बही खाता इसका बोझ नहीं झेल सकता."
सरकार ने सोमवार को कहा था कि वह 5जी सहित अन्य स्पेक्ट्रम की नीलामी चालू कैलेंडर साल में ही करेगी. नए दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने देश में 5जी परीक्षण शुरू करने की समयसीमा 100 दिन तय की है.
भारत में अन्य देशों की तुलना में 30-40 प्रतिशत महंगा है 5जी स्पेक्ट्रम: सीओएआई - Telecommunication Industry
सरकार ने सोमवार को कहा था कि वह 5जी सहित अन्य स्पेक्ट्रम की नीलामी चालू कैलेंडर साल में ही करेगी. नए दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने देश में 5जी परीक्षण शुरू करने की समयसीमा 100 दिन तय की है.
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मैथ्यू ने कहा, "हमारे ज्यादातर आपरेटरों का मानना है कि 5जी स्पेक्ट्रम का दाम अधिक है. अंतरराष्ट्रीय मानकों तथा दक्षिण कोरिया और अमेरिका जैसे बाजारों में हुई नीलामी से यह 30 से 40 प्रतिशत अधिक है." उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम मूल्य पर प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए क्योंकि देश में 5जी सेवाएं सामाजिक लक्ष्यों को हासिल करने में भी मदद करेंगी.
सोमवार शाम को सीओएआई के नवनियुक्त चेयरमैन तथा देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बालेश शर्मा ने सरकार से अपील की थी कि सभी आपरेटरों को 5जी स्पेक्ट्रम उचित मूल्य पर उपलब्ध कराया जाना चाहिए.