नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा है कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और नवोन्मेषण का स्वागत है, लेकिन इसके साथ ही देश की सुरक्षा भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय नवोन्मेषण को प्रोत्साहन दे रही है और देश की सुरक्षा को लेकर भी काफी सजग है.
प्रसाद ने मंगलवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस-2020 को संबोधित करते हुए कहा, कोविड-19 महामारी के चुनौतीपूर्ण समय में भी आईटी और संचार क्षेत्रों ने सात प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की है और सबसे ज्यादा एफडीआई भी हासिल किया है.
'देश की सुरक्षा सबसे अधिक महत्वपूर्ण'
मंत्री ने कहा, हम विदेशी निवेश के खिलाफ नहीं हैं. हम विदेशी नवोन्मेषी विचारों के खिलाफ भी नहीं हैं. सभी का स्वागत है. स्वत: मंजूर मार्ग से 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति है. विदेशी पूंजी का स्वागत है. विदेशी नवोन्मेषण का भी स्वागत है, लेकिन इसके साथ ही हमारा मानना है कि देश की सुरक्षा सबसे अधिक महत्वपूर्ण है.
कई मोबाइल ऐप पर लगी रोक
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि डिजिटल प्रौद्योगिकियां सुरक्षित होनी चाहिए, जिससे निहित स्वार्थी तत्व या अलगाववादी उनका दुरुपयोग नहीं कर पाएं. उल्लेखनीय है कि सरकार ने हाल के महीनों में राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों का हवाला देकर कई मोबाइल ऐप पर रोक लगाई है.