नई दिल्ली: सरकार उपभोक्ताओं की सुविधा के लिये डीजल के बाद अब पेट्रोल और सीएनजी जैसे ईंधनों की होम डिलिवरी शुरू करने पर विचार कर रही है. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि सरकार सभी प्रकार के ईंधनों, 'पेट्रोल, डीजल, सीएनजी (संपीड़ित प्राकृतिक गैस), एलएनजी (द्रवीकृत प्राकृतिक गैस) और एलपीजी (द्रवीकृत पेट्रोलियम गैस यानी रसोई गैस)' के लिये खुदरा बिक्री का नया स्वरूप सामने लाने पर विचार कर रही है. इन नये स्वरूप में ये सारे ईंधन एक ही जगह बिक्री के लिये उपलब्ध होंगे.
देश की सबसे बड़ी खुदरा ईंधन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्प (आईओसी) ने सितंबर 2018 में एक मोबाइल डिस्पेंसर के माध्यम से डीजल की होम डिलिवरी शुरू की. हालांकि यह सेवा अभी केवल कुछ चुनिंदा शहरों में ही उपलब्ध है. ऐसा कहा जाता है कि ये ईंधन अत्यधिक ज्वलनशील प्रकृति के हैं, अत: इस कारण इनकी होम डिलिवरी काफी जोखिम भरा है. इसके लिये संबंधित प्राधिकरणों को सुरक्षित तरीके विकसित करने और उन्हें अनुमोदित करने की जरूरत पड़ेगी.
प्रधान ने 11 राज्यों में 56 नये सीएनजी स्टेशनों का उद्घाटन करते हुए एक समारोह में कहा कि सरकार ने पहले ही डीजल के लिए मोबाइल डिस्पेंसर की शुरुआत कर दी है.
एक आधिकारिक बयान में प्रधन के हवाले से कहा गया, "यह पेट्रोल और एलएनजी के लिये भी शुरू किया जा सकता है."