नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को नीति आयोग की संचालन परिषद की पांचवीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं. सरकार का ध्यान सूखे की स्थिति, कृषि संकट, वर्षा जल संचयन और खरीफ फसलों की तैयारी जैसे मुद्दों पर होगा.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बैठक के लिए पांच सूत्री एजेंडा में आकांक्षात्मक जिला कार्यक्रम, कृषि विकासको बदलना और सुरक्षा से जुड़े मुद्दे शामिल हैं.
नीति आयोग की यह बैठक राष्ट्रपति भवन में आयोजित की जा रही है, जिसमें मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के गवर्नर, कई केंद्रीय मंत्रियों के वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भाग ले हे हैं.
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गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने आयोग की इस बैठक में शामिल होने से साफ तौर पर इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि राज्य की योजनाओं के लिए नीति आयोग के पास कोई वित्तीय शक्ति नहीं है. बैठक को 'अस्वीकार्य' बताते हुए उन्होंने कहा कि आयोग की इस बैठक का कोई मतलब नहीं है. इसके साथ ही तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने भी बैठक में हिस्सा नहीं लिया.
नीति आयोग की इस बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री, कृषि और किसान कल्याण मंत्री सहित ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री भी शामिल होंगे.
इसके अलावा आयोग की गवर्निंग काउंसिल में प्रधानमंत्री, सभी मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के लेफ्टिनेंट गवर्नर, कई केंद्रीय मंत्री और NITI आयोग के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं. वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार इस बैठक में विशेष रुप से आमंत्रित किए गए लोगों में से एक होंगे.
आपको बता दें अब तक पीएम की अध्यक्षता में संचालन परिषद की चार बैठकें हो चुकी हैं. पीएम के दोबारा सत्ता में आने एवं नई मोदी सरकार की यह पहली बैठक है.