नई दिल्ली:कुछ सप्ताह पहले तक बेकाबू प्याज की महंगाई ने देश के उपभोक्ताओं के खूब आंसू निकाले, मगर अब दुनिया के बाजारों के मुकाबले भारत में प्याज काफी सस्ता हो गया है. इसलिए फिलहाल आयात की गुंजाइश नहीं दिखती है. जबकि भारत सरकार ने प्याज आयात के नियमों में दी गई ढील को अगले साल 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है.
कारोबारियों की मानें तो आयात की अब कोई जरूरत नहीं है क्योंकि विदेशों में प्याज भारतीय बाजार के मुकाबले काफी महंगा है जिससे आयात की कोई गुंजाइश नहीं बची है.
रूका हुआ है प्याज का आयात
हॉर्टिकल्चर प्रोड्यूस एक्सपोटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजित शाह ने आईएएनएस को बताया कि विदेशों से इस समय प्याज का आयात रूक गया है क्योंकि आयातित प्याज का लैंडिंग कॉस्ट 45 रुपये प्रति किलो पड़ेगा जबकि देश के बाजारों में इस समय प्याज का थोक भाव 15 रुपये से 25 रुपये के बीच है.
उन्होंने कहा कि ऐसे में प्याज आयात की कोई गुंजाइश नहीं है. साथ ही, भाव काफी घट गया है और घरेलू आवक लगातार बढ़ रही है इसलिए आयात की जरूरत भी नहीं है.
प्याज का औसत भाव चल रहा 18.50 रुपये प्रति किलो
एशिया में फलों और सब्जियों की सबसे बड़ी दिल्ली की आजादपुर मंडी में बीते तीन दिनों से प्याज का थोक भाव 7.50 रुपये से 27.50 रुपये प्रति किलो है जबकि औसत भाव 18.50 रुपये प्रति किलो है.