नई दिल्ली: रेल दुर्घटनाओं में 2019 में किसी भी यात्री की जान नहीं गई,और इस उपलब्धि के लिए यह साल रेलवे के इतिहास में सर्वाधिक सुरक्षित वर्ष के रूप में दर्ज हो गया. आधिकारिक आंकडों में यह जानकारी दी गई है.
बिजनेस 2019: रेल दुर्घटनाओं में 2019 में किसी यात्री की नहीं गयी जान
रेलवे ने कहा कि 2019 में रेल दुर्घटनाओं में किसी भी यात्री की जान नहीं जाने का श्रेय रेलवे द्वारा उठाए गए अनेक कदमों को जाता है. इनमें रख रखाव के लिए मेगा ब्लॉक्स और आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल होना, मानव रहित सभी क्रॉसिंगों को समाप्त करना और इसी प्रकार के अनेक उपाय शामिल हैं.
इन आंकड़ों में कहा गया है कि पिछले साल रेलवे में रेलकर्मियों की तो मौत हुई लेकिन पिछले 12 महीनों में किसी भी यात्री की मौत नहीं हुई.
आंकड़ों के अनुसार 1990-1995 के बीच प्रति वर्ष औसतन 500 से अधिक दुर्घटनाएं हुईं. और इस दौरान 2,400 लोगों की मौत हुई और 4,300 लोग घायल हुए. इसके बाद 2013-2018 के बीच प्रति वर्ष औसतन 110 दुर्घटनाएं हुईं जिसमें 900 लोग मारे गए और 1500 लोग घायल हो गए.
रेलवे में अनेक दुर्घटनाओं में मौत के आंकडे़ं:-
- 2018-19 -- 16,
- 2017-18 -- 28
- 2016- 17 --195
रेलवे ने कहा कि 2019 में रेल दुर्घटनाओं में किसी भी यात्री की जान नहीं जाने का श्रेय रेलवे द्वारा उठाए गए अनेक कदमों को जाता है. इनमें रख रखाव के लिए मेगा ब्लॉक्स और आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल होना, मानव रहित सभी क्रॉसिंगों को समाप्त करना और इसी प्रकार के अनेक उपाय शामिल हैं.
रेलवे ट्रेन दुर्घटनाओं में टक्कर होना,गाड़ी पटरी से उतरना,आग लगना, क्रांसिंग के दौरान होने वाली दुर्घटनाएं और अन्य दुर्घटनाएं शामिल हैं. ट्रेन परिचालन के दौरान उसकी चपेट में आने से हुई मौत को रेलवे दुर्घटना नहीं मानता.