दिल्ली

delhi

ETV Bharat / business

भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण, लेकिन हासिल करने योग्य: मोदी - पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण है, लेकिन निश्चित रूप से इसे हासिल किया जा सकता है और इस बात पर जोर दिया कि राज्यों को अपनी मुख्य क्षमता को पहचानना चाहिए, और जिला स्तर से जीडीपी के लक्ष्य को बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए.

भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण, लेकिन हासिल करने योग्य: मोदी

By

Published : Jun 15, 2019, 5:41 PM IST

नई दिल्ली: भारत के 2024 तक 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण है, लेकिन राज्यों के ठोस प्रयासों के साथ प्राप्त करने के योग्य है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नीति आयोग की गवर्निंग कांउसिल की पांचवी बैठक में यह बात कही.

इस बैठक में ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल) और के चंद्रशेखर राव (तेलंगाना) और वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों को छोड़कर सभी मुख्यमंत्री भाग ले रहे हैं.

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मोदी ने जोर देकर कहा कि "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास" के मंत्र को पूरा करने में नीति आयोग की अहम भूमिका है.

ये भी पढ़ें:मोदी 2.0 की पहली नीति आयोग की बैठक शुरू

हाल के आम चुनावों को दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक अभ्यास के रूप में याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि अब भारत के विकास के लिए सभी को काम करने का समय है.

उन्होंने गरीबी, बेरोजगारी, सूखा, बाढ़, प्रदूषण, भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ सामूहिक लड़ाई की बात कही.

2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण है, लेकिन निश्चित रूप से इसे हासिल किया जा सकता है और इस बात पर जोर दिया जा सकता है कि राज्यों को अपनी मुख्य क्षमता को पहचानना चाहिए, और जिला स्तर से जीडीपी के लक्ष्य को बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए.

देश के कई हिस्सों में सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहे मोदी ने 'प्रति बूंद, अधिक फसल' की रणनीति अपनाकर इससे निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाने का आह्वान किया.

उन्होंने कहा कि नव निर्मित जल शक्ति मंत्रालय पानी के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण प्रदान करने में मदद करेगा और राज्य जल संरक्षण और प्रबंधन के लिए विभिन्न प्रयासों को भी एकीकृत कर सकते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details