नई दिल्ली :देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनियों मारुति सुजुकी, हुंडई मोटर, टाटा मोटर्स और किआ ने शनिवार को कहा कि इस वर्ष अप्रैल की उनकी बिक्री में मार्च की तुलना में गिरावट दर्ज की गयी. उनका कहना है कि देश में कोराना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए जगह जगह लाकडउन ओर पाबंदियों से उनके समक्ष आपूर्ति श्रृंखला की चुनौतियां पैदा हुई हैं.
हालांकि, होंडा कार्स इंडिया के साथ महिंद्रा एंड महिंद्रा ने पिछले महीने अपने यात्री वाहन की बिक्री में क्रमिक वृद्धि दर्ज की.
देश में पिछले साल कोविड-19 महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए लगाए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण कंपनियों ने अप्रैल 2020 में शून्य बिक्री दर्ज की थी. इस वजह से इस साल अप्रैल में हुई बिक्री की तुलना पिछले साल से नहीं की जा सकती.
मारुति सुजुकी
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने इस साल मार्च में 1,67,014 इकाइयों की बिक्री की थी. इसकी अप्रैल की बिक्री उसकी तुलना में चार प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,59,691 इकाइ रही.
हुंडई
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) ने अप्रैल 2021 में 59,203 कारें बेचीं. यह मार्च में बेची गई 64,621 इकाइयों से आठ प्रतिशत कम है.
एचएमआईएल के निदेशक (बिक्री, विपणन और सेवा) तरुण गर्ग ने कहा, 'इन चुनौतीपूर्ण समय में, हम राष्ट्र के साथ एकजुटता में खड़े हैं और कोविड19 से प्रभावित लोगों की मदद के लिए सभी प्रयासरत हैं ... यद्यपि इस वक्त ध्यान लोगों के जीवन और आजीविका की सुरक्षा में मदद करने पर केंद्रित हैं. लेकिन हमने अप्रैल 2021 में बिक्री के अच्छे परिणाम भी हासिल किये हैं.'
टाटा मोटर्स
इसी तरह, प्रमुख टाटा मोटर्स ने कहा कि घरेलू बाजार में यात्री वाहन की बिक्री अप्रैल में 25,095 इकाई की हुई, जो इस साल मार्च में हुई 29,654 इकाई की बिक्री से 15 प्रतिशत कम है.
हालांकि, महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि घरेलू बाजार में उसके यात्री वाहनों की बिक्री पिछले महीने 18,285 इकाई की हुई, जो मार्च 2021 में 16,700 इकाइयों की हुई बिक्री से नौ प्रतिशत अधिक है.
महिंद्रा एंड महिंद्रा
महिंद्रा एंड महिंद्रा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (आटोमोटिव डिवीजन) विजय नाकरा ने कहा, 'देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन प्रतिबंधों के बढ़ने साथ, हम आपूर्ति श्रृंखला से संबंधित उत्पादन चुनौतियों का सामना कर रहे है. मांग अच्छी बनी हुई है, लेकिन लॉकडाऊन के कारण ग्राहकों की कम आवाजाही और डीलरशिप गतिविधियों के प्रभावित होने के परिणामस्वरूप पहली तिमाही में कुछ प्रभाव पड़ेगा.'