नई दिल्ली: उद्योग जगत ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की कर्मचारियों को अवकाश यात्रा रियायत (एलटीसी) के एवज में नकद वाउचर और अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को त्योहारों के मौके पर 10,000 रुपये का ब्याज मुक्त अग्रिम (कर्ज) राशि देने की घोषणा की सराहना की.
उन्होंने कहा कि इन उपायों से लोगों के बीच एक 'सुखद एहसास' होगा और मांग को गति मिलने के साथ वृद्धि में तेजी आएगी.
उद्योग मंडल सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि वित्त मंत्री की दो स्तरीय रणनीति के जरिये मांग को प्रोत्साहित करने के कदम से सरकार और उपभोक्ताओं दोनों की तरफ से व्यय में तेजी आएगी और इससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी.
उन्होंने कहा, "महामारी के कारण कठिन और चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहे लोगों के लिये यह कदम एक सुखद एहसास दिलाएगा."
फिक्की की अध्यक्ष संगीता रेड्डी ने कहा, "हमारी सरकार ने अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ाने के लिये एक अनूठा और वित्तीय रूप से सूझ-बूझ वाला कदम उठाया है. खपत और निवेश मांग बढ़ाने के लिये जिन उपायों की घोषणा की गयी है, उससे वित्त वर्ष की बची अवधि में वृद्धि को नई गति मिलेगी."
उन्होंने कहा, "इन उपायों का एक लाख करोड़ रुपये का प्रभाव पड़ेगा और यह काफी बड़ा है."
पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि सोच-विचारक उठाये गये कदमों से व्यापार, उद्योग और अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा.