नई दिल्ली: इस्पात मंत्रालय गुरुवार को एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करेगा, जिसमें ट्रम्प प्रशासन द्वारा पिछले साल भारतीय निर्यात पर लगाए गए आयात शुल्क के मुद्दे पर चर्चा होगी, क्योंकि यह मुद्दा अगले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहली यात्रा के दौरान होगा. इस्पात मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमने गुरुवार को बैठक बुलाई है क्योंकि यह मुद्दा हमारे लिए महत्वपूर्ण है.
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान एक सीमित व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने पर सरकार अपनी प्रतिक्रिया देगी.
इस्पात मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा, "हम प्रस्तावित भारत-अमेरिका व्यापार सौदे के संदर्भ में चर्चा करेंगे और फिर हमारी प्रतिक्रिया सरकार को भेजेंगे."
भारतीय वार्ताकार एक सूत्र को तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं ताकि दोनों देश इस महीने राष्ट्रपति ट्रम्प की यात्रा के दौरान एक सीमित व्यापार संधि और वर्ष के अंत तक एक व्यापक मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) पर हस्ताक्षर कर सकें.
प्रस्तावित सौदा जो चर्चा में है, वह 10 बिलियन डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार को कवर कर सकता है.
आधिकारिक अमेरिकी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत 2018 में 88 बिलियन डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ देश का 9वां सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है. जबकि भारत ने अमेरिका को 54.3 बिलियन डॉलर की वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात किया, यूएसए से इसका आयात लगभग 33.5 बिलियन डॉलर था. भारत के पक्ष में 20 बिलियन डॉलर के व्यापार अधिशेष को छोड़कर.