नई दिल्ली: भारत की प्रति व्यक्ति मासिक डेटा खपत 2025 तक प्रति माह 25 जीबी तक पहुंच सकती है. वर्ष 2019 में यह 12 जीबी प्रति माह थी जो वैश्विक स्तर पर इंटरनेट (डेटा) का सबसे अधिक उपभोग है.
दूरसंचार उपकरण बनाने वाली प्रमुख कंपनी एरिक्सन ने अपनी जून 2020 की 'मोबिलिटी रिपोर्ट' में कहा है कि इसकी प्रमुख वजह देश में मोबाइल इंटरनेट का सस्ता होना और लोगों की आदत में वीडियो देखना शामिल होना है.
रपट के मुताबिक देश में इंटरनेट खपत की रफ्तार ऊंची बनी रहेगी. साथ ही यह क्षेत्र में प्रति स्मार्टफोन सबसे अधिक मासिक खपत रहेगी.
रपट के अनुसार देश में केवल चार प्रतिशत घरों में ही ब्रॉडबैंड लाइन है. ऐसे में इंटरनेट तक पहुंच के लिए मुख्य जरिया स्मार्टफोन ही है.