फुकुओका: जी-20 समूह देशों के शीर्ष वित्त अधिकारी शनिवार को इस बात पर सहमत हुए कि गूगल और फेसबुक जैसी बड़ी इंटरनेट कंपनियों पर टैक्स लगाने के लिए जल्दी एक वैश्विक प्रणाली की जरूरत है, लेकिन इसे ऐसे करना होगा कि टकरावों को रोका जा सके.
जी-20 समूह देशों ने यह काम आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) को सौंपा है. उससे कहा गया है कि वह प्रणाली को ठीक करें.
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यहां तर्क दिया गया कि कुछ बड़ी कंपनियां आयरलैंड जैसे देशों में कम टैक्स होने का लाभ उठा रही हैं और उन देशों में टैक्स के तौर पर कुछ भी नहीं दे रही हैं जहां वह बड़ा लाभ कमा रही हैं.
ओईसीडी के प्रमुख एंजेल गुरिया यहां जी-20 समूह देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के प्रमुखों की बैठक के दौरान बोल रहे थे. यह बैठक शनिवार से शुरू हुई और रविवार तक चलेगी.
इस मसले पर एक चर्चा में फ्रांस के वित्त मंत्री ब्रूनो ला माइरे ने कहा, 'हमें जल्दी करना होगा.' वहीं ब्रिटेन के वित्त मंत्री फिलिप हैमंड ने कहा कि बड़ी इंटरनेट कंपनियों पर सही से टैक्स लगाना एक तरह से हमारी कर प्रणाली में हमारी जनता के साथ होने वाले अन्याय का जवाब होगा.