कोलकाता :कोविड-19 रोधी टीकों पर टैक्स नहीं घटाने के जीएसटी परिषद के फैसले को 'जन विरोधी' बताते हुए पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने शनिवार को आरोप लगाया कि जब उन्होंने आपत्ति दर्ज कराने की कोशिश की तो उनकी आवाज दबा दी गई.
जीएसटी परिषद ने शनिवार को कोविड-19 के उपचार में इस्तेमाल होने वाली रेमडेसिविर और टोसिलिजुमैब जैसी दवाओं के साथ ही चिकित्सीय ऑक्सीजन और ऑक्सीजन सांद्रकों पर कर की कटौती की, लेकिन टीकों पर कर घटाने की मांग को नजरअंदाज कर दिया गया.
मित्रा ने बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर कहा है कि जीएसटी परिषद द्वारा हमारी आवाज को दबाने का यह बिल्कुल जनविरोधी फैसला है. जन प्रतिनिधि होने के नाते इस कठोर फैसले को उचित ठहराने का हमारे पास कोई रास्ता नहीं है. मित्रा का कहना है कि जीएसटी परिषद के इस फैसले से लाखों लोगों को नुकसान पहुंचेगा.