नई दिल्ली: आज से संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू गया है. वित्त मंत्रालय इस सप्ताह प्रत्यक्ष कर माफी योजना को लागू करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहा है. पिछले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में माफी योजना की घोषणा की थी.
सीबीडीटी के वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी को बताया कि, "हम होली के त्योहार से पहले योजना को सूचित करेंगे."
बता दें कि अपीलकर्ता, आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण, उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय सहित विभिन्न मंचों के समक्ष 4.8 लाख से अधिक प्रत्यक्ष कर विवाद लंबित हैं. लगभग 9 लाख करोड़ रुपये की राशि इन मामलों में फंसी हुई है और सरकार को आशावादी योजना के माध्यम से 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि की उम्मीद है.
निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि एक करदाता को केवल विवादित कर का भुगतान करने की आवश्यकता होगी और वह 31 मार्च से पहले भुगतान करने पर किसी भी ब्याज या जुर्माना का भुगतान करने से पूरी छूट प्राप्त करेगा.
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सरकार 31 मार्च को समाप्त होने वाले इस वित्तीय वर्ष में इस योजना से एक बड़ा राजस्व प्राप्त करने की उम्मीद कर रही है. यह राजस्व घाटे को कम करेगी क्योंकि इस वित्तीय वर्ष में केंद्र सरकार का कर संग्रह अपने बजट से 2.5 लाख करोड़ रुपये कम होने की उम्मीद है.