नई दिल्ली: खाद्य नियामक एफएसएसएआई सीईओ पवन अग्रवाल ने कहा कि इस नियामक संस्था ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में त्योहारी मौसम के दौरान मिठाइयों में मिलावट रोकने के लिए खोये और घी जैसे दुग्ध उत्पादों की निगरानी बढ़ा दी है.
एफएसएसएआई ने खाद्य व्यापार परिचालकों को दुग्ध उत्पाद और विशेष रूप से मिठाइयां बनाने में साफ सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए पारंपरिक दूध उत्पादों के बारे में एक मार्गदर्शक परिपत्र जारी किया है.
नियामक ने कहा कि पनीर से बनने वाली मिठाइयों जैसे पारंपरिक डेयरी उत्पादों को बनाने का काम और व्यापार भारत में मुख्य रूप से हलवाइयों तक ही सीमित है. नियामक ने कहा कि त्यौहारों के मौसम में मांग और आपूर्ति का अंतर बढ़ने की वजह से इस तरह के डेयरी उत्पादों में अधिकतम मिलावट की जाती है.
अग्रवाल ने दुग्ध सर्वेक्षण जारी करते हुए संवाददाताओं से कहा, "हमने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में त्यौहारी सत्र के दौरान दूध उत्पादों की निगरानी शुरू की है. इसके लिए 44 स्थानों की पहचान की गई है और नमूने एकत्र किए जा रहे हैं जिन्हें गाजियाबाद स्थित हमारी राष्ट्रीय प्रयोगशाला में भेजा जा रहा है."