रांची: झारखंड के ग्रामीण उत्पादों की पहचान अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होगी. अंतरराष्ट्रीय ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट और झारखंड सरकार के बीच रविवार को एक एमओयू पर साइन किया गया है. अब फ्लिपकार्ट झारखंड के ग्रामीण उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार देगी.
झारखंड मंत्रालय में समर्थ योजना के तहत प्रदेश के कारीगरों, बुनकरों, उत्पादकों, शिल्पकारों और उत्पादकों को डिजिटल बाजार देने को लेकर अंतरराष्ट्रीय ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने रविवार को एमओयू साइन किया है. इस एमओयू के बाद अब फ्लिपकार्ट झारखंड के उत्पादों को डिजिटल बाजार के माध्यम से देश-विदेश तक बाजार मुहैया कराएगा. सरकार के इस फैसले से झारखंड के छोटे और कुटीर उद्योग को अपने पंख पसारने का मौका मिलेगा, जिसके जरिए अब उन्हें उसकी अच्छी कीमत तो मिलेगी ही साथ ही कुटीर और लघु उद्योगों से जुड़े लोगों का जीवनस्तर भी सुधरेगा.
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झारखंड की संस्कृति का होगा प्रचार-प्रसार
एमओयू कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास और फ्लिपकार्ट के अधिकारियों के अलावा कारीगर, बुनकर, शिल्पकार, कारीगर सहित उत्पादक शामिल हुए. कार्यक्रम में उद्योग सचिव और फ्लिपकार्ट के अधिकारी के बीच मुख्यमंत्री के समक्ष एमओयू हुआ. वहीं, खादी और झारक्राफ्ट के ऑनलाइन स्टोर का भी शुभारंभ किया गया. डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से झारखंड के उद्योगों से भी फ्लिप्कार्ट के अधिकारियों को अवगत कराया गया. फ्लिपकार्ट जैसी कंपनी के साथ एमओयू से झारखंड की संस्कृति का प्रचार प्रसार तो होगा साथ ही इस उद्योग के बढ़ने से प्लास्टिक बैन को लेकर चल रहे प्रयास को भी बल मिलेगा. फ्लिपकार्ट के अधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि ऑनलाइन बाजार के जरिए लोगों के जीवनस्तर में भी सुधार आएगा.