नई दिल्ली:एयर इंडिया लिमिटेड के जिन कर्मचारियों ने घाटे में चल रहे राज्य के स्वामित्व वाले वाहक का 51 प्रतिशत खरीदने के लिए बोली लगाई थी, उन्हें कंपनी द्वारा निर्देशित किया गया है कि उन्हें नीति से संबंधित मामलों और अन्य रणनीतिक मुद्दों में नहीं पड़ना चाहिए, जो कि बिक्री प्रक्रिया को प्रभावित करती है.
बुधवार को एयर इंडिया के महाप्रबंधक (कार्मिक) अश्वनी सहगल ने आधिकारिक आदेश को रेखांकित किया, "कर्मचारियों को निर्देशित किया जाता है कि वे ऐसे नीति और कंपनी के अन्य रणनीतिक मुद्दों से संबंधित मामलों को न संभालें, जो एयर इंडिया के विनिवेश पर असर डाल सकते हैं या इस संबंध में किसी भी जानकारी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उपयोग किया जा सकता है."
आदेश में आगे कहा गया, "सभी कर्मचारी जो एयर इंडिया लिमिटेड के रणनीतिक विनिवेश के लिए बोली में भाग लेने के लिए एक ईओआई प्रस्तुत करने के लिए उक्त कंसोर्टियम में भाग ले रहे हैं, उन्हें प्रारूप के अनुसार प्रबंधन-कर्मचारियों के संघ में भागीदारी की औपचारिक सूचना प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया जाता है. उनके संबंधित विभागीय प्रमुख, महाप्रबंधक (कार्मिक), हक्स, नई दिल्ली के कार्यालय में 21 दिसंबर, 2020 तक नवीनतम हैं."