नई दिल्ली: वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि हाल की आर्थिक नरमी चक्रीय है और वृद्धि में फिर से तेजी आने से पहले भारत में निवेश का यह सही समय है. उन्होंने स्वीकार किया कि देश की आर्थिक वृद्धि पिछली दो तिमाहियों...जनवरी-मार्च और अप्रैल-जून...में धीमी हुई है और छह साल के न्यूनतम स्तर 5 प्रतिशत रह गयी. उन्होंने माना कि भारत तीव्र वृद्धि वाली बड़ी अर्थव्यवस्था नहीं रह गयी है.
सेरा वीक इंडिया एनर्जी फोरम में एक परिचर्चा के दौरान गोयल ने कहा, "एक अर्थव्यवस्था के रूप में भारत में काफी अवसर हैं. हमारी अर्थव्यवस्था भी दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्था की तरह ही है, इस तरह की आर्थिक सुस्ती नहीं हो तो यह बेहतर कर सकती है. हाल के समय में चुनौतियां बढ़ी हैं."
उन्होंने आगे कहा कि पिछली दो तिमाहियों से पहले लगभग चार-पांच साल हमारी गति अच्छी रही. मौजूदा नरमी चक्रीय है और यह विभिन्न क्षेत्रों में अवसर प्रदान करती है.
मंत्री ने कहा, "मुझे नरमी दिखाई दे रही है लेकिन मैं इससे व्याकुल नहीं हूं. यह हम सभी के लिये एक अवसर है. हम क्षमताओं, उत्पादकता और उत्पादन लागत का फिर से आकलन करें."