मुंबई:करोड़ों के पीएनबी घोटाले के एक प्रमुख आरोपी डायमंड व्यापारी मेहुल चोकसी ने बॉम्बे हाइकोर्ट को बताया कि उन्होंने विदेश में अपनी चिकित्सा के लिए भारत छोड़ा है, न कि मामले में अभियोजन से बचने के लिए.
वर्तमान में कैरिबियाई राष्ट्र एंटीगुआ में रह रहे चोकसी ने उच्च न्यायालय से कहा जैसे ही वह यात्रा के लिए फिट हो जाएगा, वह भारत लौट अएगा.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चोकसी पर अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए देश से भागने का आरोप लगाते हुए , उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने के लिए एक विशेष पीएमएलए अदालत का रूख किया.
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चोकसी ने अपने वकील विजय अग्रवाल के माध्यम से सोमवार को एक हलफनामा दायर करते हुए कहा कि वह जनवरी 2018 में अपनी चिकित्सा जांच के लिए देश छोड़कर गए थे.
चोकसी ने दावा किया कि उन्होंने 4 जनवरी, 2018 को देश छोड़ दिया था, जबकि पंजाब नेशनल बैंक के अनुसार, 16 जनवरी 2018 को कथित धोखाधड़ी उनके ज्ञान में आई. उस समय तक मैं चिकित्सा उपचार के लिए देश छोड़ चुका था.
हलफनामे में कहा गया है, "मैंने देश को संदिग्ध परिस्थितियों में नहीं छोड़ा है." उन्होंने हमेशा केंद्रीय जांच ब्यूरो और ईडी द्वारा जारी सम्मन का जवाब दिया है और कानून से नहीं कतरा रहे हैं.
"मैं जांच में शामिल होने और एंटीगुआ में पूछताछ के लिए खुद को तैयार करने के लिए तैयार हूं."
चोकसी ने अपनी दो याचिकाओं पर चल रहे स्थगन के बीच उच्च न्यायालय में हलफनामा दायर कर ईडी की विशेष अदालत से उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने की याचिका खारिज करने की मांग की.
अरबपति जौहरी ने अपनी याचिका में कहा है कि वह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण भारत लौटने में असमर्थ हैं.