नई दिल्ली :विमानन क्षेत्र पर परामर्श देने वाली कंपनी सीएपीए (CAPA) ने मंगलवार को कहा कि जेट एयरवेज (Jet Airways ) अगर फिर से उड़ानें शुरू करने में सफल होती है तो इसका बाजार में फिर से प्रवेश संभावित महत्वपूर्ण विकास में से एक होगा, जो भारत के एयरलाइन बाजार को हिला सकता है.
बता दें कि जेट एयरवेज को लेकर रानेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने 22 जून को एक लिखित आदेश में दिवाला कानून के तहत समूह की योजना को मंजूरी दे दी थी. साथ ही ट्रिब्यूनल की मुंबई बेंच ने पने फैसले में विमानन नियामक डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को जेट एयरवेज को स्लॉट आवंटित करने के लिए 90 दिनों का समय दिया.
कंसोर्टियम का उद्देश्य लेनदारों को चुकाने और कैरियर में 89.79 फीसद हिस्सेदारी हासिल करने के लिए पहले दो वर्षों में 600 करोड़ रुपये का निवेश करना है.इस बारे में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) द्वारा लिया गया निर्णय निस्संदेह जेट एयरवेज और उसके नए मालिकों के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है.