नई दिल्ली: व्यापारियों के संगठन कैट ने उत्पादों की बिक्री के लिये आनलाइन मंच उपलब्ध कराने वाले कंपनियों के खिलाफ अभियान और तेज करते हुये अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इन कंपनियों विशेषकर अमेजन और फ्लिपकार्ट के कारोबार करने के तौर- तरीकों की जांच मामले में तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है.
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की यहां जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है. कैट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट और अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों की अनैतिक व्यावसायिक मॉडल के मुद्दे पर हस्तक्षेप का आग्रह किया है.
प्रधानमंत्री मोदी को बुधवार को भेजे एक पत्र में कैट ने आरोप लगाया है कि ये कंपनियां सरकार की एफडीआई नीति, 2018 के प्रेस नोट नंबर 2 का खुले तौर पर उल्लंघन कर रही हैं.
इससे देश के हर तरह के व्यापारियों का व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है और असमान प्रतिस्पर्धा के कारण व्यापारी उनके सामने टिक नहीं पा रहे हैं. विज्ञप्ति के अनुसार कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने दोनों कंपनियों के व्यापार मॉडल पर कड़ी आपत्ति जताई है.
उन्होंने कहा कि नवीनतम जानकारी के अनुसार, अमेज़ॅन को वर्ष 2018-19 में अपनी विभिन्न इकाइयों में 7000 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हुआ है, जबकि इसके विपरीत उसके राजस्व में 54% की वृद्धि हुई है.