नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय संभालने के बाद निर्मला सीतारमण ने बजट की तैयारियां शुरू कर दी हैं. आज यानी मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कृषि और ग्रामीण विकास के प्रतिनिधियों के साथ बजट पूर्व परामर्श बैठकें की. बैठक में वित्त मंत्री कृषि जगत के लोगों से मिलकर उनके सुझाव मांगें.
इस बैठक में किसानों के लिए लोन, छूट, उर्वरकों पर टैक्स समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई.
वित्त मंत्री को कृषि एक्सपर्ट्स के सुझाव बैठक से निकलने के बाद नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन दिलीप रथ ने कहा कि उन्होंने डेयरी और पशुधन के विकास के लिए बजट आवंटन बढ़ाने कि मांग की. इसके साथ उन्होंने डेयरी उत्पादों पर लगने वाला जीएसटी दर कम करने का सूझाव भी दिया. उन्होंने कहा कि घी पर जीएसटी दर 12 फीसदी जिसे और कम करने की जरुरत है.
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दिलीप रथ ने एग्रीकल्चर, हॉर्टिकल्चर, डेयरी और फिशरीज को लेकर कई मंत्रालय को दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने डेयरी सेक्टर में मौजूदा 6 फीसदी के ग्रोथ को जारी रखने के लिए डेरी उत्पादों के लिए एक्सपोर्ट इंसेंटिव दिए जाने की मांग रखी.
इसके आलावे कृषि विशेषज्ञ अजय जाखड़ ने कहा कि शोध और अनुसंधान सहित कृषि क्षेत्र में खाली पड़े पदों को भरा जाए. उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण में सरकार को ज्यादा जोर देने की जरूरत है. जाखड़ ने प्रोसेस्ड फूड उत्पादों पर जीएसटी दर 5 फीसदी करने की भी मांग की.
वहीं, नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद ने कहा कि फूड प्रोसेसिंग में ज्यादा ध्यान दिए जाने की जरूरत है क्योंकि यह सेक्टर बेहतर मांग और वैल्यू पैदा कर सकता है. इसके सात ही निर्यात संवर्द्धन (एक्सपोर्ट प्रोमोशन) और कृषि क्षेत्र में सरकारी और निजी निवेश बढ़ाने पर भी चर्चा हुई.
यह बजट पूर्व परामर्श की बैठक केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में की गई. बैठक में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद थे. इसके साथ ही मंत्रालय के सभी आला अधिकारी भी मौजूद है.