हैदराबाद: विभिन्न बैंकों की अधिकारी यूनियनें सरकारी बैंकों के विलय के फैसले का विरोध कर रही है और इसी के मद्देनजर उनकी पांच सितंबर को दिल्ली में बैठक बुलाई गई है. आल इंडिया आंध्रा बैंक आफिसर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले सप्ताह ओरियंटल बैंक आफ कामर्स तथा यूनाइटेड बैंक का पंजाब नेशनल बैंक में, सिंडिकेट बैंक का केनरा बैंक और आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन का विलय यूनियन बैंक आफ इंडिया में किया जाएगा.
इसके अलावा इंडियन बैंक का विलय इलाहाबाद बैंक में होगा और यह सार्वजनिक क्षेत्र का सातवां सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा. आंध्रा बैंक शहर का दूसरा बैंक होगा जिसका भौगोलिक पहचान समाप्त हो जाएगी. इससे पहले अप्रैल, 2017 में स्टेट बैंक आफ हैदराबाद का भारतीय स्टेट बैंक में विलय किया गया था.
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सूत्रों ने बताया कि सभी बैंक अधिकारियों के संघों के महासचिव दिल्ली की बैठक में शामिल होंगे और विलय के खिलाफ कार्रवाई योजना बनाएंगे.