नई दिल्ली:ऑटो एलपीजी उद्योग ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती की मांग की है. इंडियन ऑटो एलपीजी कोलिशन (आईएसी) के महानिदेशक सुयश गुप्ता ने कहा कि सरकार को ऑटो एलपीजी को भी सीएनजी जैसे स्वच्छ ईंधन के समान मानना चाहिए और उसे वित्तीय प्रोत्साहन देना चाहिए.
गुप्ता ने कहा कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में प्रदूषण नियंत्रण के लिए इस तरह के ईंधन को प्रोत्साहन देने की जरूरत है. एलपीजी भी सीएनजी की तरह स्वच्छ ईंधन की श्रेणी में आता है. यह डीजल और पेट्रोल की तुलना में सस्ता पड़ता है.
गुप्ता ने कहा कि वाहनों में एलपीजी का इस्तेमाल 70 देशों में होता है. वहीं ईरान, भारत और पाकिस्तान सहित चार-पांच देशों में सीएनजी का इस्तेमाल होता है. उन्होंने कहा कि वाहनों में इस्तेमाल होने वाले एलपीजी का सिलेंडर सीएनजी से हल्का होता है और इसे भरने में भी पेट्रोल-डीजल जितना ही समय लगता है.
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