नई दिल्ली: टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के उपाध्यक्ष विक्रम किर्लोस्कर ने कहा कि भारतीय वाहन उद्योग संरचनात्मक मसलों से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों की वजह से उत्पन्न चुनौतियों समेत कई कारणों से लागत को कम बनाये रखना एक गंभीर चुनौती बन गयी है.
किर्लोस्कर ने कहा कि अप्रैल 2020 से बीएस-चार मानकों की जगह बीएस-6 मानकों वाले वाहनों को लाने से उत्पादन लागत बढ़ने के कारण कीमतें चढ़ेंगी. इससे ग्राहकों को मासिक किस्त के रूप में अधिक राशि चुकानी होगी.
वाहन उद्योग को गति देने के लिये सरकार की तरफ से उठाये गये कदमों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने पीटीआई भाषा से कहा, "यह बड़ा संरचनात्मक मुद्दा है... वाहनों को सस्ता बनाए रखना एक चुनौती है."
किर्लोस्कर ने कहा, "वाहन क्षेत्र में जब मांग कम है, लोग कारें नहीं खरीद रहे, ऐसे में सरकार कितना कर सकती है."
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