चेन्नई: तमिलनाडु सरकार ने बुधवार को 17 समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिसमें 15,128 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है. इससे लगभग 47,150 नौकरियां पैदा हो सकती हैं.
समझौता ज्ञापन पर उन कंपनियों के साथ हस्ताक्षर किए गए हैं, जो पहले से ही राज्य में काम कर रही हैं, जिनमें डेमलर इंडिया कमर्शियल व्हीकल्स और नए निवेशक भी शामिल हैं.
निवेश करने वाली कंपनियां जर्मनी, फिनलैंड, ताइवान, चीन, फ्रांस, दक्षिण कोरिया, जापान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और नीदरलैंड से हैं.
हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों का विवरण इस प्रकार है:
- वाणिज्यिक वाहन निर्माता डेमलर इंडिया (2,277 करोड़ रुपये का निवेश, 400 नौकरियां)
- फिनिश मोबाइल फोन के पुर्जो की निर्माता सैल्कॉप (1,300 करोड़ रुपये, 10,000 नौकरियां)
- जापानी सेमी-कंडक्टर चिप निर्माता पॉलीमेट इलेक्ट्रॉनिक्स (900 करोड़ रुपये, 600 नौकरियां)
- ताइवान की चुंग जेई कंपनी के बीच जूता बनाने का संयुक्त उपक्रम
- लिमिटेड एंड एस्टन शूज प्राइवेट लिमिटेड (350 करोड़ रुपये, 25,000 नौकरियां)
- औद्योगिक पार्क को बढ़ावा देने के लिए ऑस्ट्रेलिया के लाई इनवेस्टमेंट मैनेजर प्राइवेट लिमिटेड (400 करोड़, 5,850 रुपये)
- कास्टिंग सुविधा स्थापित करने के लिए दक्षिण कोरिया की मैंडो ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (150 करोड़ रुपये, 250 नौकरियां)
- नीदरलैंड्स की ऑटो कलपुर्जे (कंपोनेंट) निमार्ता डीनेक्स (100 करोड़ रुपये, 300 नौकरियां)
- इंडो-यूके संयुक्त उद्यम चेन्नई पावर जनरेशन लिमिटेड, 750 मेगावाट का संयंत्र प्राकृतिक गैस द्वारा संचालित (3,000 करोड़ रुपये, 3,000 नौकरियां)
- फ्रांसीसी कंपनी आईजीएल इंडिया ट्रांसप्लांटेशन सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (18 करोड़ रुपये, 30 नौकरियां)
- पवन ऊर्जा क्षमता का विस्तार करने के लिए फ्रांसीसी कंपनी विविड सोलर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (2,000 करोड़ रुपये, 600 नौकरियों)
- इस तरह की अन्य कई कंपनियां भी शामिल हैं, जिनके साथ निवेश संबंधी करार किए गए हैं
(आईएएनएस)
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