नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस रविवार की रात 9 बजे अपने घरों की बिजली बंद करने के मद्देनजर विद्युत मंत्रालय से कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब दिए गए है.
कुछ रिपोर्टों में ऐसी आशंकाएं व्यक्त की गई हैं कि इससे वोल्टेज में उतार-चढ़ाव के कारण ग्रिड प्रभावित हो सकते हैं जिससे बिजली के उपकरणों को नुकसान भी हो सकता है. अब विद्युत मंत्रालय ने सभी अटकलों का खारिज करते हुए बयान जारी करके स्पष्ट किया है कि ऐसी आशंकाएं गलत हैं.
प्रश्न 1: क्या केवल घरेलू लाइटों को बंद किया जाना है या स्ट्रीट लाइट्स, कॉमन एरिया लाइटिंग, आवश्यक सेवाओं आदि की लाइटों को भी बंद किया जाना है?
उत्तर: पीएम मोदी द्वारा अपील की गई है कि घरों में केवल घरेलू रोशनी को स्वेच्छा से बंद किया जाए. यह फिर से दोहराया गया है कि किसी भी स्ट्रीट लाइट, कॉमन एरिया प्लेस, हॉस्पिटल और अन्य जरूरी सेवाओं को अपनी लाइट बंद नहीं करनी है.
प्रश्न 2: क्या मेरे घरेलू उपकरण घर की लाइट बंद करने के दौरान सुरक्षित हैं?
उत्तर: आपके सभी घरेलू उपकरण सुरक्षित रहेंगे. भारतीय बिजली ग्रिड को इस तरह के भार भिन्नता को संभालने के लिए अच्छी तरह से तैयार किया गया है. इस तरह के भार भिन्नता को नियंत्रित करने के लिए कई प्रकार के नियंत्रण और सुरक्षा तंत्र बनाए गए हैं. इस प्रकार, सभी घरेलू उपकरण पूरी तरह से सुरक्षित होंगे.
प्रश्न 3: क्या 5 अप्रैल को रात 9:00 बजे से 9.09 बजे तक लाइट आउट इवेंट के दौरान ग्रिड स्थिरता को संभालने के लिए अपर्याप्त व्यवस्था और प्रोटोकॉल हैं?
उत्तर: हां, सभी पर्याप्त व्यवस्थाएं और मानक परिचालन प्रोटोकॉल ग्रिड स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं.
प्रश्न 4: क्या लाइट बंद करना अनिवार्य या स्वैच्छिक है?
उत्तर: स्वैच्छिक है. जैसा कि पहले ही कहा जा चुका है कि यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है कि आप लाइट बंद करेंगे या नहीं.
प्रश्न 5: कुछ आशंकाएं व्यक्त की गई हैं कि इससे ग्रिड में अस्थिरता हो सकती है और वोल्टेज में उतार-चढ़ाव हो सकता है जो विद्युत उपकरणों को नुकसान पहुंचा सकता है.
उत्तर: ये आशंकाएं पूरी तरह से गलत हैं. ये सामान्य घटना हैं और भारतीय विद्युत ग्रिड मानक ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल के अनुसार इस तरह के लोड भिन्नता और आवृत्ति परिवर्तनों को संभालने के लिए अच्छी तरह से डिज़ाइन किया गया है.