नई दिल्ली: क्षेत्रीय दलों के साथ कई मुख्य मुद्दों पर बातचीत करना प्रमुख राष्ट्रीय दलों के लिए विशेष रूप से भारतीय जनता पार्टी के लिए एक रणनीतिक आवश्यकता है. ये बात राजनीतिक विषयों के जानकार सुबिमल भट्टाचार्जी ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कही.
सुबिमल भट्टाचार्जी का कहना है कि क्षेत्रीय पार्टियों से अच्छे संबंध बनाना बीजेपी की रणनीतिक जरूरत हो गई है. ये रणनीति कांग्रेस के कुछ क्षेत्रों में पकड़ मजबूत न होने से रोकने के लिए अपनाई जा रही है.
भट्टाचार्जी ने कहा कि बीजेपी ने शिवसेना और अकाली दल से संबंधों को सही तरीके से संभाला है. ये दोनों ही बीजेपी के सहयोगी दल रहे हैं. आगे वे कहते हैं कि क्षेत्रीय दल का भी राष्ट्रीय स्तर की राजनीति पर काफी प्रभाव पड़ता है.
भट्टाचार्जी ने कहा कि दक्षिण में बीजेपी ने ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के साथ गठबंधन किया है. ऐसा करना बीजेपी के लिए अच्छा है क्योंकि ऐसे किसी भी क्षेत्र में जहां पार्टी का प्रभाव कम है, वहां ये गठबंधन हितकारी होते हैं.