नई दिल्ली: राज्य सरकार पर राजनीतिक फायदे के लिए स्कूलों का इस्तेमाल करने का बड़ा आरोप लगा है. इस पूरे मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने केजरीवाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
गौरतलब है कि एक चिट्ठी को लेकर दिल्ली सरकार पर आरोप लगा है कि स्कूली बच्चों के अभिभावकों को यह कसम दिलाई जा रही है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल को वोट देंगे.
इस मुद्दे को लेकर ईटीवी भारत ने कपिल मिश्रा से खास बातचीत की ....
'अभिभावकों पर बनाया जा रहा दबाव'
कपिल मिश्रा ने कहा कि शुक्रवार, शनिवार, रविवार और सोमवार को दिल्ली के सभी स्कूलों में अभिभावकों के साथ एसएमसी सदस्यों की मीटिंग का आदेश दिया गया है. यह आदेश दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय की तरफ से दिया गया है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए जारी सर्कुलर में साफ कहा गया है कि इस मीटिंग में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य और अभिभावक रहेंगे. उन्होंने बताया कि स्कूल मैनेजमेंट कमेटी आम आदमी पार्टी की तरफ से बनाई गई है, जिसमें आम आदमी पार्टी के ही लोग हैं.
कपिल मिश्रा का आरोप है कि इन्हें साफ निर्देश दिया गया है कि अभिभावकों पर इसे लेकर दबाव बनाना है कि आपने पिछली बार आम आदमी पार्टी को वोट ना देकर बड़ी गलती की और अगर दिल्ली में केजरीवाल सरकार को अपने वोट नहीं दिया तो आप खत्म हो जाएंगे.
'किया जा रहा स्कूलों का इस्तेमाल'
ये पूछने पर कि इस पत्र की क्या प्रमाणिकता है, कपिल मिश्रा ने कहा कि यह सब कुछ लिखित में कहा गया है यह मौखिक नहीं है. इस पर शिक्षा निदेशालय की मुहर और हस्ताक्षर है. उन्होंने ये भी कहा कि इसे लेकर कुछ शिक्षकों और यहां तक कि एक प्रधानाध्यापक ने उन्हें शिकायत भी की है. कपिल मिश्रा ने कहा कि इसका स्क्रीनशॉट मेरे पास है और सर्कुलर की कॉपी भी मेरे पास है.
कपिल मिश्रा का आरोप है कि यह सीधे तौर पर अपनी राजनीति चमकाने के लिए स्कूलों का इस्तेमाल है. उन्होंने बताया कि सर्कुलर के पेज नंबर 3 में लिखा हुआ है कि 'बाद में बदल तो नहीं जाओगे, कसम से'... झूठ तो नहीं बोल रहे हो, सारे लोग केजरीवाल को वोट दोगे.
उन्होंने कहा कि हम इसे लेकर उपराज्यपाल के पास शिकायत करने जा रहे हैं. उसके बाद अगर उपराज्यपाल की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होती है तो हम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएंगे.