दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

जफरयाब जिलानी ने हिंदुओं को लेकर कही ये बड़ी बात, बोले- देश से मुसलमानों को कोई नहीं कर सकता बाहर - सीएए पर बोले जफरयाब

यूपी के बरेली में ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी जफरयाब जिलानी ने कहा कि हिन्दू ही देश की सरकार गिराता और बनाता है. उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा खराब स्थिति इमरजेंसी के दौर में थी.

जफरयाब जिलानी
जफरयाब जिलानी

By

Published : Mar 20, 2021, 8:47 PM IST

बरेली :ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी और हाई कोर्ट के वकील जफरयाब जिलानी ने बड़ी बात कही है. जफरयाब जिलानी ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि देश का हिन्दू ही सरकार बनाता है और सरकार गिराता है. उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा खराब स्थिति इमरजेंसी के दौर में थी.

मुलायम सिंह यादव की तारीफ की
उत्तराखंड के रुद्रपुर से लौटते समय बहेड़ी में एक कार्यक्रम के दौरान जफरयाब जिलानी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा मुसलमानों के साथ छलावा किया है, जिसका नतीजा यह है कि कांग्रेस का सारा वोट बैंक खिसक गया. उन्होंने कहा कि आज जो देश के हालात हैं, उससे बुरे हालात इंदिरा गांधी के इमरजेंसी के दौर में थे. सपा के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद का मामला जब कोर्ट में चल रहा था तब सभी इसे विवादित स्थल कहते थे, लेकिन सपा के पूर्व प्रमुख ने बाबरी मस्जिद ही कहा.

जफरयाब जिलानी का बयान.

'20 करोड़ मुसलमानों को कोई बाहर नहीं निकाल सकता'
जफरयाब जिलानी ने कहा कि आज के दौर में मुसलमान खुद को देश के संविधान और शरीयत को सामने रखकर ये सोचे कि मैं हिंदुस्तानी हूं, तो उसका टकराव कभी किसी से नहीं होगा. सीएए और एनआरसी पर उन्होंने कहा कि मुसलमान को जब लगा कि उन्हें देश से बाहर कर दिया जाएगा, तो मुसलमान सीएए व एनआरसी के विरोध में सड़कों पर आ गए थे, लेकिन देश के 20 करोड़ मुसलमानों को देश से बाहर निकलने की हिम्मत किसी में भी नहीं है.

यह भी पढ़ें-महाराष्ट्र में 'लेटर बम' : गृह मंत्री देशमुख ने कहा 100 करोड़ चाहिए, परमबीर ने सीएम को लिखी चिट्ठी

बीजेपी पर निशाना साधते हुए जफरयाब जिलानी ने कहा कि देश का हिन्दू ही सरकार बनाता है और सरकार गिराता है. आज इस समय हिन्दू इतना परेशान हो गया है कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में नतीजा सबके सामने होगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details