अमरावती :मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के चाचा पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में सीबीआई ने जो चार्जशीट दाखिल की है (Viveka murder case), उसमें कई बिंदु सामने आए हैं. सीबीआई ने कडप्पा सांसद अविनाश रेड्डी के करीबी गज्जला उदय कुमार रेड्डी की रिमांड रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु बताए, जो रेड्डी हत्याकांड में एक प्रमुख संदिग्ध है.
सीबीआई ने कहा कि 'उन्होंने विवेकानंद की हत्या के मामले में सबूत मिटाने की कोशिश की. गंगारेड्डी, शिवशंकर रेड्डी और उदय ने विवेकानंद की हत्या के मामले के सबूत मिटाने की कोशिश की. विवेकानंद की हत्या वाले दिन उदय कुमार सुबह 4 बजे घर से निकला था. इस बात के सबूत हैं कि उदय ने उस जगह के सबूत नष्ट कर दिए जहां विवेकानंद रेड्डी की हत्या हुई थी. उदय ने भास्कर रेड्डी और अविनाश रेड्डी के साथ मिलकर सबूत मिटाए. उदय कुमार रेड्डी ने जांच में सहयोग नहीं किया. वह भागने के इरादे से था, जब उसे गिरफ्तार किया गया. मामले में जांच अभी जारी है.'
सीबीआई ने कहा कि 'उन्होंने यह समझाने की कोशिश की कि विवेका की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. विवेका की हत्या के दिन उदय कुमार अविनाश रेड्डी के घर पर मौजूद था. हत्या के दिन तड़के शिवशंकर रेड्डी भी अविनाश के घर में मौजूद थे. जब हत्या का पता चला तो अविनाश सबूत मिटाने के लिए घर पर इंतजार करने लगा.'
सीबीआई के मुताबिक 'शिवप्रकाश रेड्डी ने अविनाश को फोन किया कि विवेकानंद की मौत हो चुकी है.' सीबीआई ने कहा कि 'जांच के दौरान हमने पाया कि अविनाश के घर में उदय कुमार रेड्डी, भास्कर रेड्डी और शिवशंकर रेड्डी मौजूद थे. हमने गूगल टेकआउट के माध्यम से पता किया कि अविनाश भी घर पर थे. हमने पाया कि अविनाश रेड्डी अपने घर से विवेका के घर गए थे.'