मुजफ्फरनगर/सहारनपुरः कांवड़ यात्रा के दौरान धार्मिक भजन गीत गाने पर यूट्यूब गायिका फरमानी नाज़ अब उलेमाओं के निशाने पर आ गई है. उलेमाओं ने फरमानी नाज को गैर इस्लामिक कार्यों से परहेज करने की चेतावनी दी है. हालांकि फरमानी नाज का कहना है कि उन्होंने इस हिंदू धर्म से जुड़े भजनों को बतौर कलाकार गाया है.
कौन हैं फरमानी नाज :मुजफ्फरनगर के मोहम्मदपुर गांव की रहने वाली सिंगर फरमानी नाज का गीत 'हर हर शंभू' काफी पॉपुलर हो चुका है. पूरे देश में इस गाने ने तहलका मचा रखा है. फरमानी ने इस गाने को प्रवेंद्र सिंह और राहुल मुलहेड़ा के साथ मिलकर गाया है. करीब एक सप्ताह पहले यूट्यूब पर रिलीज हुए इस गाने को रेकॉर्ड व्यू मिला है. बता दें कि 2020 में जब फरमानी नाज इंडियन आइडल में आई थीं तब उनके यूट्यूब चैनल और इंटरनेट पेज पर लाखों फॉलोअर्स बन गए थे. उस समय फरमानी बेटे की तबीयत खराब होने के कारण इंडियन आइडल से लौट गई थीं.
फरमानी की शादी 2017 में मेरठ के छोटा हसनपुर गांव निवासी इमरान से हुई थी. एक साल बाद बेटा भी हुआ लेकिन पति ने छोड़कर दूसरी शादी कर ली. तब से फरमानी गाने गाकर ही परिवार चला रही हैं. यूट्यूब पर उनका कव्वाली का भी चैनल है और वह भजन भी गाती हैं. फरमानी कहती हैं कि उनका बेटा बीमार था और ससुराल वाले उनसे मायके से पैसा लाने को कहते थे, इसलिए वह मायके में ही रहने लगीं.
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सावन के महीने में फरमानी नाज का गाना 'हर हर शंभु शंकर महादेवा' काफी लोकप्रिय हो चुका है. अब उलेमाओं ने उनके धार्मिक गीत गाने पर आपत्ति जताई है. उलेमाओं का कहना है कि मुसलमानों को कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जो किसी दूसरे धर्म की शिनाख्त हो या फिर अन्य मजहब के धार्मिक क्रियाकलापों को बढ़ावा देता हो. यदि कोई ऐसा करता है तो यह इस्लाम की शिक्षा के खिलाफ है. मुसलमान को इस्लाम का मुकम्मल पाबंद होना चाहिए. इसके अलावा फरमानी ट्रोलर्स का टारगेट भी बन गई है.