बालासोर (ओडिशा): सुब्रांशु और देबस्मिता की वास्तविक जीवन की कहानी बॉलीवुड की फिल्म 'मन' की कहानी से भी अधिक संवेदनशील हैं. सुब्रांशु और देबस्मिता की प्रेम कहानी आठ साल पहले शुरू हुई. हालांकि देबस्मिता तीन साल से लकवा ग्रस्त है. दोनों की मुलाकात 2015 में हुई. दोनों ओडिशा के बालासोर जिले के खांटापाड़ा क्षेत्र से हैं. कुछ वर्षों के बाद, उन्होंने विवाह के बंधन में बंधने का फैसला किया. लेकिन कुछ समय बाद ही देबस्मिता को लकवा के लक्षण दिखाई देने लगे. 2019 से देबस्मिता चलने की स्थिति में नहीं थी और वह व्हील-चेयर पर निर्भर हो गई.
ओडिशा में व्हीलचेयर पर निर्भर दुल्हन से युवक ने की शादी - Debasmita Panda
सुभ्रांशु देबस्मिता की शारीरिक विकृति से अप्रभावित होकर शादी करने का फैसला लिया. सुभ्रांशु ने अपने माता-पिता और अपने रिश्तेदारों को मनाया. इस सप्ताह सुभ्रांशु देबस्मिता ने शादी की.
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सुभ्रांशु देबस्मिता की शारीरिक विकृति से अप्रभावित होकर शादी करने का फैसला लिया. सुभ्रांशु ने अपने माता-पिता और अपने रिश्तेदारों को मनाया. इस सप्ताह सुभ्रांशु देबस्मिता ने शादी की. वरमाला के समय सुभ्रांशु महापात्रा ने देबस्मिता पांडा के सामने घुटने पर बैठ गये. नवविवाहित जोड़े के चेहरों पर खुशी साफ दिखाई दे रही थी. शादी के दौरान उपस्थित सभी लोग खुश थे. उन्होंने जोड़े को अपने प्यार के लिए भरपूर आशीर्वाद दिया.