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हरिद्वार में अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग, यूथ कांग्रेस ने पुलिस को दी तहरीर

अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ हरिद्वार की ज्वालापुर कोतवाली में यूथ कांग्रेस ने शिकायत दर्ज कराई है. कंगना के खिलाफ शिकायत उनके भीख वाले बयान पर दी गई है. इस कड़ी में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस बयान की कड़ी निंदा की है.

अभिनेत्री कंगना रनौत
अभिनेत्री कंगना रनौत

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Published : Nov 12, 2021, 4:18 PM IST

Updated : Nov 12, 2021, 7:31 PM IST

हरिद्वार/नई दिल्ली/गाजियाबाद:हाल ही में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित हुई बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा देश की आजादी पर दिए बयान का विरोध हो रहा है. यूथ कांग्रेस ने हरिद्वार कि ज्वालापुर कोतवाली पहुंचकर कंगना रनौत के खिलाफ तहरीर दी और उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. इस कड़ी में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस बयान की कड़ी निंदा की है. उनका कहना है कि कंगना से पदम श्री वापस लिया जाना चाहिए.

कंगना रनौत के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग.

अभिनेत्री कंगना रनौत ने हाल ही में बयान दिया था कि देश को आजादी 2014 में मिली है. उससे पहले जो आजादी मिली थी वह सिर्फ एक भीख थी. अपने बयानों के जरिए विवादों में रहने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर अपने बयान से सुर्खियों में हैं. कंगना रनौत इस बार आजादी को लेकर दिए बयान से मुश्किलों में घिरती नजर आ रही है. यूथ कांग्रेस ने हरिद्वार के ज्वालापुर कोतवाली में अभिनेत्री के खिलाफ तहरीर दी है.

प्रदेश प्रवक्ता यूथ कांग्रेस वरुण बालियान का कहना है कि 2 दिन पहले एक कार्यक्रम में कंगना रनौत द्वारा यह कहा गया कि जो आजादी हमें 1947 में मिली है, वह मात्र भीख में मिली आजादी है. ऐसी महिला जो देश की आजादी को भीख बताती है, उन्हें पद्मश्री दिया जाता है.

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आगे वरुण बालियान ने कहा कि इतना ही नहीं यह कहकर उन्होंने देश के गणतंत्र, बाबा साहब के संविधान और साथ ही आजादी के लिए शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है. ऐसी महिला पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए.

बोले प्रमोद कृष्णम- वापस लिया जाए कंगना से पद्मश्री.

इस बारे में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का कहना है कि कंगना के बयान ने करोड़ों लोगों की राष्ट्रप्रेम की भावना को आहत किया है. भगत सिंह की आत्मा रोती होगी. तड़पते होंगे चंद्रशेखर आजाद. रामप्रसाद बिस्मिल, राजगुरु, सुखदेव और असफाकउल्लाह खान सोचते होंगे कि क्या इस दिन के लिए अपने प्राणों को मातृभूमि पर निछावर किया था. कंगना कहती हैं कि देश को आजादी 2014 में मिली. 1947 में आज़ादी भीख में मिली थी. आजादी के लिए कितने लोग शहीद हुए. कंगना का बयान बेहद आपत्तिजनक है. देशभक्ति की भावनाओं को आहत करता है. भारत सरकार से निवेदन है कि कंगना से तत्काल पद्मश्री वापस लिया जाए.

Last Updated : Nov 12, 2021, 7:31 PM IST

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